भोपाल, मार्च 2013/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बुंदेलखण्ड विशेष पैकेज की प्राथमिकताएं तय करने के लिये आयोजित बैठक में भविष्य की रणनीतियों की चर्चा करते हुए बारहवीं योजना के दौरान पैकेज वाले जिलों में सिंचाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिये हैं। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार द्वारा बारहवीं योजना के दौरान बुंदेलखण्ड विशेष पैकेज में राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकताओं से अवगत कराने की अपेक्षा की गई है। पैकेज में सागर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, छतरपुर और दतिया जिले आते हैं। इन जिलों में 7154 गाँव आते हैं।
मुख्यमंत्री ने प्राथमिकताओं पर चर्चा में सिंचाई के बाद पशुपालन एवं संबंधित गतिविधियों और एग्रो फारेस्ट्री को प्राथमिकता देने के निर्देश दिये। उद्यानिकी त्वरित आय बढ़ाने वाला क्षेत्र है। किसानों की जमीन पर वृक्षारोपण को बढ़ावा दें और पेड़ काटने की प्रक्रिया सरल करने के लिये अभियान चलाएं। समूह जल प्रदाय योजना, बकरी पालन और मत्स्य पालन को भी प्राथमिकता देना होगा।
पैकेज के अन्तर्गत स्वीकृत होने वाली परियोजनाओं में विलम्ब होने पर तत्काल सक्रियता के साथ कार्रवाई करने और संबंधित केन्द्रीय मंत्रालय से चर्चा करने के निर्देश दिये।